Last Updated on 20th February 2022 by AJ
चेतन सकारिया नाम है एक जूनून का जिसने हार नहीं मानी
चेतन सकारिया नाम है उस बुलंद हौसले का जिसको विषम परिस्थिति तोड़ न पायी
चेतन सकारिया नाम है उस उम्मीद का जो नहीं टूटी
चेतन सकारिया नाम है एक परिवार के त्याग और धैर्य का जो सफल हुआ
चेतन सकारिया नाम है एक ज़िद्द का जो पूरी हुई
चेतन सकारिया नाम है उस दीपक का जो गहरे अँधेरे में भी रौशनी फैला रहा है
चेतन सकारिया नाम है उस उड़ान का जो बिना पंख के पूरी हो रही है
आप लोगो को लग रहा होगा कि ज्यादा बड़ा चढ़ा कर बताया जा रहा है पर जैसे ही आप इस कहानी के आखिरी लाइन तक पहुंचोगे आपकी आँखों में नमी होगी और आप खुद कहोगे कि चेतन आप इस सफलता के हक़दार हो ।
चलिए शुरू करते है संघर्ष और जीत के जूनून की ये कहानी >>> पर पहले ये जान लेते है की चेतन साकरिया कौन है , क्या करता है , कहाँ का है ,क्या Age है इत्यादि ।

चेतन सकारिया कौन है ?
पूरा नाम | चेतन सकारिया |
Date of Birth | 28 Feburary 1998 |
Age | 23 |
Home Town | Bhavnagar, Gujrat |
Profession | Cricketer |
Marital Status | Unmarried |
चेतन सकारिया का परिवार
पिता का नाम | कांजीभाई साकरिया |
माँ का नाम | वर्षा बेन साकरिया |
भाई का नाम | राहुल साकरिया (मृत) |
बहन का नाम | जिज्ञासा |
गाँव | वरतेज़ ,भावनगर |
चेतन की क्रिकेट जानकारी
international debut | one day – 23 जुलाई 2021 को श्रीलंका के खिलाफ डेब्यू किया T-20 -अभी तक खेलने का मौका नहीं मिला Test-अभी तक खेलने का मौका नहीं मिला |
Domestic team | सौराष्ट्र |
IPL Team | राजस्थान रॉयल |
IPL jersey No. | 20 |
Coach | राजेंद्र गोहिल |
Bowling Style | Left Arm Medium Fast |
Batting Style | Left Hand |
सकारिया परिवार की आर्थिक स्थिति | ( Family Background of Chetan Sakariya )
चेतन के पापा ऑटो चलाते थे और घर के नाम पर सिर्फ एक हॉल और कमरा था जिसमे 5 लोग रहते थे । चेतन के पापा का 3 बार एक्सीडेंट हो चूका था और इस कारण चेतन के पिता कांजीभाई साकरिया थोड़ा बहुत पैसा ही कमा पाते थे इसके चलते चेतन पर जल्दी ही घर की जिम्मेदारी आ गयी थी । चेतन अपने पापा का हाथ बटाने के लिए अपने मामा की स्टेशनरी की दुकान पर काम करने लगे ।

घर में टीवी तक नहीं था , चेतन पडोसी के घर में मैच देखते और उसी हिसाब से प्रैक्टिस करते । 16 साल की उम्र तक चेतन टेनिस बॉल से मैच खेलते थे और बैट्समैन बनाना चाहते थे । पर किस्मत को अलग ही मंजूर था और चेतन ने बॉलर के तौर पर आईपीएल में डेब्यू किया ।
बचपन से ही क्रिकेट का जूनून
चेतन के पापा को क्रिकेट का शौक था तो चेतन को भी बचपन से ही क्रिकेट का शौक रहा ।
बचपन में चेतन स्कूल में अच्छा क्रिकेट खेलते और बल्लेबाज़ी में खूब छक्के लगाते ये देखकर भावनगर के “सर भावसिंह जी क्रिकेट अकेडमी के कोच राजेंद्र गोहिल “ की नजर उन पर पड़ी और उन्होंने चेतन को क्रिकेट में करियर बनाने की सलाह दी जिसको चेतन ने गंभीरता से लिया ।
क्रिकेट अकेडमी में चेतन बल्लेबाज़ के तौर पर गए । पर कोच राजेंद्र ने चेतन का शानदार गेंदबाज़ी एक्शन देखकर गेंदबाज़ी पर ज्यादा ध्यान देने की सलाह दी । चेतन फिर पूरी मेहनत से गेंदबाज़ी करने लगे और नेचुरल स्विंग प्राप्त करते हुए बल्लेबाज़ों को आसानी से आउट करने लगे ।
चेतन का संघर्ष पूर्ण सफर
चेतन का बचपन गरीबी में गुजरा घर पर टीवी नहीं था , क्रिकेट बैट और किट नहीं थी , पर था तो सिर्फ क्रिकेट का जूनून । 13 साल की उम्र में क्रिकेट किट के लिए पापा से बोले । फिर चेतन के दादा ने किट दिलाया और क्रिकेट क्लब में एंट्री करवाई ।
पर जब सब सही जा रहा था अंडर-16 की डिस्ट्रिक्ट लेवल की टीम में चेतन चुन लिए गए ।
तभी ज्यादा मेहनत के करने कारण शरीर पर ज्यादा दबाव पड़ने से पीठ में दर्द होने लग गया और चेतन दर्द के बावजूद बोलिंग करते रहे बोलिंग स्पीड धीरे होती गयी और गेंदबाज़ी ख़राब । फिर चेतन पीठ दर्द के कारण 1 साल तक क्रिकेट से दूर रहे , लगने लगा था जैसे शुरू होने से पहले ही चेतन का क्रिकेट करियर खत्म हो गया ।
यहाँ से परिवार को आर्थिक सपोर्ट करने के लिए चेतन अपने मामा की Stationery की shop पर काम करने लगे पर क्रिकेट का जज्बा अभी भी दिल में था ।
पीठ दर्द से ठीक होने के बाद एक बार फिर घरवालों से 2 साल का टाइम माँगा की ” मुझे सिर्फ 2 साल दे दो मैं क्रिकेट में कुछ करके दिखाऊंगा ” और परिवार की माली हालत होने के बावजूद घरवालों ने चेतन को पूरा सपोर्ट किया । क्रिकेट में करियर बनाने की इजाजत दे दी ।
सौराष्ट्र में मिले दोस्त,भाई ,गुरु जैसे क्रिकेटर सेलडम जैक्सन
चेतन अपनी मेहनत और जूनून से अंडर 19 की सौराष्ट्र की टीम में सेलेक्ट हो गए पर उस वक़्त भी चेतन के पास जूते तक नहीं थे । आप सोचकर देखो कि एक गेंदबाज़ जो बिना अच्छे जूते के कैसे बोलिंग कि तयारी किया होगा ।
सौराष्ट्र की टीम से आईपीएल कोलकाता की टीम में सेलेक्ट हुए सेलडम जैक्सन ने चेतन की आर्थिक स्थिति और क्रिकेट के प्रति लगाव को देखते हुए शर्त लगाई कि अगर तुम मुझे आउट करने में सफल हुए तो मैं तुम्हे नए स्पोर्ट्स जूते दूंगा । चेतन ने नेट प्रैक्टिस में सेलडम जैक्सन को कुछ गेंदों में आउट कर दिया और फिर चेतन को मिले सपोर्ट्स शूज ।
सेलडम जैक्सन ने चेतन को काफी प्रेरित भी किया और अच्छा खेलने के गुर भी सिखाये । सेलडम जैक्सन चेतन को प्यार से (Phonix) फोनिक्स बुलाते। फोनिक्स एक पक्षी होता है जिसके पंख जल जाने के बावजूद फिर से पंख आते है और वो फिर से उड़ता है । ठीक चेतन की भी यही कहानी रही ।
भाई राहुल की मौत का सदमा
चेतन सौराष्ट्र की तरफ से सैयद मुस्ताक अली ट्रॉफी खेल रहे थे और उसी दौरान चेतन के छोटे भाई ने अचानक सुसाइड कर लिया ये समय चेतन के परिवार के लिए बहुत मुसीबतो भरा रहा पर चेतन के घरवालों ने चेतन को 10 दिनों तक इस बात की खबर नहीं लगने दी क्यों की चेतन का अपने भाई से बहुत लगाव था ।
चेतन के घरवालों ने चेतन के करियर को प्राथमिकता देते हुए चेतन को घर में हुयी इस दुखद घटना से दूर रखा ताकि चेतन अच्छे से क्रिकेट पर फोकस रख सके । पर 10 दिन बाद जब चेतन को अपने भाई के गुजरने का पता चला तो चेतन एकदम से टूट गए 2 दिन तक खाना नहीं खाये । और एक सप्ताह तक किसी से बात नहीं की।
हम लोग तो सोच भी नहीं सकते कि 22 साल के लड़के पर क्या गुजरी होगी जब उसका छोटा भाई दुनिया को अलविदा कह जाये । पर चेतन ने क्रिकेट में अपने आप को कमजोर नहीं पड़ने दिया ।
चेतन के हौसले और परिवार के समर्पण और त्याग का नतीजा जल्दी ही आया और 1 महीने बाद ही चेतन आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स द्वारा 1.20 करोड़ में ख़रीदे गए ।
कोरोना ने छिना पिता का साया
अभी फिर से चेतन की जिंदगी में सही हो रहा था । आईपीएल में चेतन को खेलने का मौका मिला और चेतन ने डेब्यू मैच से ही सबको प्रभावित किया ही था की कोरोना के कारण आईपीएल बिच में ही स्थगित करना पड़ा और इसी कोरोना के चलते चेतन के पिता हॉस्पिटल में एडमिट हुए , काफी प्रयास और दुआओं के बाद भी कांजीभाई साकरिया बच न सके और चेतन के सिर से पिता का साया छीन गया ।
जिंदगी की इतनी ज़द्दोज़हद के बावजूद चेतन का भारतीय क्रिकेट टीम में श्रीलंका दौरे के लिए में सेलेक्ट होना हमको प्रेरणा देता है ।
मुझे नहीं लगता अब आपको ऐसा लग रहा है जैसे इस आर्टिकल के शुरू में कुछ भी बढ़ा चढ़ा कर कहा गया हो ।
क्रिकेट करियर : चेतन सकारिया
चेतन सकारिया को अंतरास्ट्रीय क्रिकेट में श्रीलंका के खिलाफ 23 जुलाई 2021 को डेब्यू करने का मौका मिला और पहले मैच में चेतन ने अपनी गेंदबाज़ी और फील्डिंग से सबको प्रभावित किया ।
चेतन ने पहले मैच में ही किफायती गेंदबाज़ी करते हुए 2 विकेट भी जटके ।चेतन सकारिया ने 8 ओवर की गेंदबाज़ी में 34 रन देकर 2 विकेट लिए , अपनी लाइन लेंथ और सटीक गेंदबाज़ी से भारत के लिए बांये हाथ के तेज़ गेंदबाज़ की भूमिका निभाने का दम दिखाया है ।
चेतन ने 2017-18 में सौराष्ट्र के लिए List-A debut विजय हज़ारे ट्रॉफी में किया ।
प्रथम श्रेणी डेब्यू 2018-19 में रणजी ट्रॉफी में 5 विकेट चटकाए ।
T-20 डेब्यू सौराष्ट्र के 2019 में किया ।

आईपीएल डेब्यू राजस्थान के लिए 12 अप्रैल 2021 में किया जिसमे चेतन ने 4 ओवर में 31 देकर 3 विकेट लिए । लोकेश राहुल और मयंक अग्रवाल जैसे धुरंधर बल्लेबाज़ को आउट कर सबको प्रभावित किया ।
Formet | Match | Innings | Wicket | BBI | Average | Economy |
---|---|---|---|---|---|---|
First Class | 15 | 27 | 41 | 63/6 | 34.07 | 3.24 |
List -A | 7 | 7 | 10 | 63/3 | 40.70 | 6.67 |
T-20 | 23 | 23 | 35 | 11/5 | 18.42 | 7.44 |
IPL | 7 | 7 | 7 | 31/3 | 31.70 | 8.22 |
खोल दो पंख मेरे , अभी ओर उड़ान बाकी है … जमीं नहीं है मंजिल मेरी , अभी तो पूरा आसमान बाकी है ।।। लहरों की ख़ामोशी को समंदर की बेबसी ना समझो ।। जितनी गहराई अंदर है , बाहर उतना तूफ़ान बाकी है ।
उम्मीद करते है की चेतन सकरिया ऐसे ही शानदार खेल से भारत के लिए नए कीर्तिमान बनाये । चेतन के उज्जवल भविष्य की कामना करते है ।
आपको मिले खूब सारा पैसा और प्यार…Lets Catch it Yaar